ऑपरेशन सिंदूर भारत की करारा जवाब देने की क्षमता का प्रमाण: वडोदरा में राजनाथ सिंह
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ऑपरेशन सिंदूर को भारत की दृढ़ सैन्य क्षमता और उकसावे की स्थिति में निर्णायक कार्रवाई के रूप में प्रस्तुत किया गया शांति पर दृढ़ राष्ट्र की पहचान।
मेक-इन-इंडिया से रक्षा उत्पादन और निर्यात में मजबूत वृद्धि; 2029 तक 3 लाख करोड़ रक्षा उत्पादन और 50,000 करोड़ रक्षा निर्यात लक्ष्य।
संविधान 130वां संशोधन विधेयक 2025 भ्रष्टाचार के विरुद्ध कठोर प्रावधानों के साथ उच्च पदों पर नैतिक आचरण सुनिश्चित करने का उद्देश्य रखता है।
Vadodara/ रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर इस बात का स्पष्ट उदाहरण है कि भारत शांति और सद्भावना की कद्र करता है, लेकिन उकसावे की स्थिति में करारा जवाब देने की क्षमता भी रखता है। वे गुजरात के वडोदरा में 2 दिसंबर, 2025 को सरदार सभा को संबोधित कर रहे थे। यह कार्यक्रम सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के तहत ‘मेरा युवा (एमवाई) भारत’ द्वारा आयोजित ‘एकता मार्च’ का हिस्सा था।
श्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए सशस्त्र बलों के साहस, अनुशासन और समर्पण की सराहना की। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया भारतीय सैनिकों की वीरता और क्षमता को पहचान रही है। रक्षा मंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत किसी भी देश को उकसाता नहीं, लेकिन यदि कोई उकसाए तो उसे बख्शा भी नहीं जाता।
अपने संबोधन में श्री राजनाथ सिंह ने सरदार पटेल के राष्ट्रनिर्माण में योगदान को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरदार पटेल का ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का सपना और सशक्त हुआ है। अनुच्छेद 370 के निरसन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक निर्णय ने जम्मू-कश्मीर को पूरी तरह से देश की मुख्यधारा से जोड़ दिया है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत आज राजनीतिक, भू-रणनीतिक और आर्थिक रूप से विश्व में अपनी मजबूत स्थिति स्थापित कर चुका है। 2014 से पहले भारत 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था, जबकि आज यह चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और जल्द ही शीर्ष तीन में प्रवेश करेगा। उनकी मान्यता के अनुसार, सरकार ‘न्यूनतम सरकार अधिकतम शासन’ के संकल्प के साथ राष्ट्र की समग्र प्रगति के लिए प्रतिबद्ध है। रक्षा मंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर सरदार पटेल की दृष्टि का उल्लेख करते हुए कहा कि मेक-इन-इंडिया पहल के परिणामस्वरूप रक्षा उत्पादन में देश आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर है। पिछले 11 वर्षों में भारत का रक्षा निर्यात लगभग 34 गुना बढ़ चुका है और सरकार का लक्ष्य 2029 तक 3 लाख करोड़ रुपये का रक्षा उत्पादन और 50,000 करोड़ रुपये का रक्षा निर्यात प्राप्त करना है।
उन्होंने संविधान (130वां संशोधन) विधेयक 2025 पर चर्चा करते हुए कहा कि यह भ्रष्टाचार के खिलाफ एक ऐतिहासिक पहल है। इस विधेयक के अनुसार, यदि किसी संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति के खिलाफ गंभीर आरोप में गिरफ्तारी होती है और 30 दिनों के भीतर जमानत नहीं मिलती, तो वह स्वतः पदमुक्त हो जाएगा। अपने संबोधन के अंत में रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने युवाओं से विकसित भारत के निर्माण में योगदान देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल के मूल्यों एकता, सत्यनिष्ठा और राष्ट्रभक्ति को आत्मसात करना और आने वाली पीढ़ियों को इसके लिए तैयार करना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी।